Gonda जिला अस्पताल: 100 रुपये की रिश्वत लेते स्टाफ नर्स, जांच के आदेश

Gonda जिला अस्पताल में एक बार फिर से रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। अस्पताल के ऑर्थो वार्ड में तैनात स्टाफ नर्स सरस्वती गुप्ता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह मरीजों से चाय-पानी के बहाने 100 रुपये की रिश्वत लेती नजर आ रही हैं।

घटना का विवरण

यह वायरल वीडियो कल दोपहर का बताया जा रहा है, जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि स्टाफ नर्स सरस्वती गुप्ता ऑर्थो वार्ड में भर्ती मरीजों से 100 रुपये की रिश्वत ले रही हैं। वीडियो को मरीजों के तीमारदारों ने खुद बनाया और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वीडियो वायरल होने के बाद से अस्पताल प्रशासन और जनता में हड़कंप मच गया है।

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पीड़ित मरीज और रिश्वत का मामला

मिली जानकारी के अनुसार, देहात कोतवाली क्षेत्र के गोंड़वा घाट गांव के रहने वाले माता प्रसाद के पैर में दिक्कत के चलते उन्हें गोंडा जिला अस्पताल के ऑर्थो वार्ड में भर्ती कराया गया था। माता प्रसाद का इलाज चल रहा था और पिछले तीन दिनों से स्टाफ नर्स सरस्वती गुप्ता द्वारा प्रतिदिन 100 रुपये की रिश्वत ली जा रही थी।

तीमारदारों की कार्रवाई

स्टाफ नर्स के लगातार रिश्वत मांगने से परेशान होकर माता प्रसाद के तीमारदारों ने कल स्टाफ नर्स को 100 रुपये की रिश्वत देते हुए वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

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प्रशासन की प्रतिक्रिया

गोंडा जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर स्टाफ नर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जनता का आक्रोश

इस घटना के सामने आने के बाद से गोंडा के लोग अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से बेहद नाराज हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में ऐसे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

निष्कर्ष

Gonda जिला अस्पताल में स्टाफ नर्स द्वारा रिश्वत लेने का यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता है। प्रशासन को इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और मरीजों को बेहतर और ईमानदार स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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