Gonda जिले के गोंडा मेडिकल कॉलेज में देर रात 40 वर्षीय महिला के इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो जाने के बाद परिजनों ने जमकर विरोध किया है। परिजनों का कहना है कि इलाज के दौरान स्टाफ नर्सों ने ₹700 की मांग की, जिसे न देने पर उन्होंने मारपीट की।
मृत्यु का मामला और आरोप
मामला तब सामने आया जब निशाद, जो इमामबाड़ा के निवासी हैं, अपनी 40 वर्षीय भाभी को गोंडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराते थे। दोपहर से चल रहे इलाज के दौरान देर रात स्टाफ नर्सों ने निषाद से इंजेक्शन देने के नाम पर ₹700 की मांग की। जब निषाद ने यह राशि देने से मना किया, तो स्टाफ ने उन्हें मारपीट करने की कोशिश की।
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परिजनों का विरोध और पुलिस कार्रवाई
मारपीट की घटना को देख परिजनों ने गोंडा मेडिकल कॉलेज के बाहर हंगामा कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज के लिए ₹700 देने पर ही नर्सें काम कर रही थीं। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित से तहरीर दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी है। देर रात हुए हंगामा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पीड़ित की गवाही
जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जब कोई काम लगता था तो ये लोग पैसा मांगते थे। ग्लूकोज लगाना हो, सुई लगवाना हो या सिरिंज निकालवाना हो, पैसे की ये लोग बार-बार मांग कर रहे थे। ₹2 कमाने के लिए हम दिनभर एक दूसरे के यहां मजदूरी करते हैं, इनको हमला करके पैसा कहां से दे दें। जब तबीयत ज्यादा खराब हुई, हम इलाज करने के लिए कहे तो ₹700 रुपए मांगने लगीं। पैसा नहीं देने पर गुंडे बुलाकर नर्स और अस्पताल के कर्मचारियों ने मारपीट किया।”
पुलिस की जांच जारी
नगर कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्टाफ नर्सों और अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने घटना स्थल से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, पेन कार्ड और मोहर बरामद किए हैं।