Gorakhpur: डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसी छात्रा, फर्जी पुलिसवाले ने कपड़े उतरवाकर किया ब्लैकमेल, फिर मांगी मोटी रकम

Gorakhpur में एक इंजीनियरिंग की छात्रा डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गई। ठगों ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर उसे धमकाया और कहा कि उसने लोन नहीं चुकाया है, जिसके कारण उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया है। इसके बाद एक फर्जी पुलिस अधिकारी ने वीडियो कॉल करके उससे ऑनलाइन जमानत के लिए पैसे मांगे और उसकी पहचान के लिए चेस्ट पर बने टैटू को दिखाने को कहा।

Gorakhpur: 38000 रुपये ऐंठने के बाद मांगे एक लाख और

डर के मारे छात्रा ने 38,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए, लेकिन इसके बाद ठग ने उसे और पैसे मांगते हुए धमकी दी कि उसकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी जाएगी। इसके बाद छात्रा ने परेशान होकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

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कैंट थाना क्षेत्र का मामला

मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज की यह छात्रा नागालैंड के दीमापुर की रहने वाली है। ठग ने उसे फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर धमकाया कि उसके खिलाफ हैदराबाद में केस दर्ज हो चुका है। जब छात्रा ने पैसे भेजे तो ठग ने वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

एसपी सिटी अभिनव त्यागी का बयान

एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और दोनों आरोपियों की पहचान के लिए जांच की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

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साइबर एक्सपर्ट की राय

साइबर एक्सपर्ट उपेंद्र सिंह ने बताया कि यह डिजिटल अरेस्ट एक नया ठगी का तरीका है। ठग सोशल मीडिया से जानकारी जुटाकर लोगों को डरा धमकाकर पैसे ऐंठते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई प्रक्रिया पुलिस में नहीं होती, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए।

पहले भी हो चुके हैं डिजिटल अरेस्ट के मामले

गोरखपुर में पहले भी कई लोग डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो चुके हैं। मई में एक स्कूल प्रिंसिपल से 12.56 लाख रुपये ऐंठे गए थे। पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने और सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करने की सलाह दी है।

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