JPNIC Controversy: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके समर्थकों द्वारा लखनऊ स्थित जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के सामने किए गए हंगामे के बाद यह केंद्र एक बार फिर चर्चा में आ गया है। जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर अखिलेश यादव का जेपीएनआईसी दौरा चर्चा का विषय बन गया, जिससे इस बहुउद्देश्यीय सम्मेलन केंद्र पर ध्यान केंद्रित हुआ है।
जेपीएनआईसी: निर्माण और बजट की स्थिति
जेपीएनआईसी का निर्माण 2013 में शुरू हुआ था और इसके लिए रियल एस्टेट कंपनी शालीमार को ठेका दिया गया था। इस केंद्र का उद्देश्य एक बहुउद्देश्यीय सम्मेलन केंद्र के रूप में काम करना था, जिसमें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से लेकर ओलंपिक साइज के स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं शामिल थीं। 2016 तक, इस प्रोजेक्ट पर 813 करोड़ रुपये खर्च हो चुके थे। हालांकि, योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद इस पर काम रोक दिया गया और आज यह इमारत खंडहर बनने की कगार पर है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
पीपीपी मॉडल में लीज का प्रस्ताव
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने जेपीएनआईसी को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में लीज पर देने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें करीब 100 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। लेकिन अब तक सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी है। कई बड़े होटल समूहों ने इसे लीज पर लेने में रुचि दिखाई है, लेकिन प्रशासनिक अड़चनों के चलते अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
सात साल से बंद केंद्र खंडहर में तब्दील
जेपीएनआईसी की इमारत लगभग 90% तैयार है, लेकिन पिछले सात सालों से बंद रहने के कारण इसमें लगे एसी, लिफ्ट, और अन्य उपकरण बिना उपयोग के खराब हो रहे हैं। इसके मेंटेनेंस पर सालाना 70 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, लेकिन एलडीए के पास इसके लिए कोई बजट नहीं है।
भ्रष्टाचार के आरोप और कानूनी लड़ाई
वर्ष 2017 में आवास राज्यमंत्री सुरेश पासी ने इस परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए। जांच रिपोर्ट अभी लंबित है, और इस दौरान इमारत को बंद कर दिया गया था। इसके खिलाफ संजय शर्मा ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दाखिल की, जिसमें जेपीएनआईसी के निर्माण को पूरा करने की मांग की गई है।
तमाम सुविधाओं से लैस है केंद्र
जेपीएनआईसी में 2,000 लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन हॉल, 107 कमरों वाला लग्जरी होटल, जिम, स्पा, सैलून, स्विमिंग पूल, टेनिस और बैडमिंटन कोर्ट, स्क्वैश कोर्ट, और डाइविंग पूल जैसी सुविधाएं हैं। साथ ही, इसमें जयप्रकाश नारायण के जीवन और विचारों से जुड़ा संग्रहालय भी है। इसके अलावा, इमारत के 19वें फ्लोर पर एक हेलीपैड और ओपन एयर रेस्तरां भी शामिल है।