Hathras: प्रदेश सरकार ने हाल ही में हुई हाथरस भगदड़ घटना की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। इस जांच आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। तीन सदस्यीय इस टीम में पूर्व आईएएस हेमंत राव और पूर्व आईपीएस भवेश कुमार सिंह भी शामिल होंगे।
न्यायिक जांच आयोग की टीम
न्यायिक जांच आयोग की यह टीम 6 जुलाई को हाथरस आएगी और भगदड़ घटना की विस्तृत जांच करेगी। टीम के सदस्य निम्नलिखित हैं:
- बृजेश कुमार श्रीवास्तव – रिटायर्ड न्यायाधीश, इलाहाबाद हाईकोर्ट
- हेमंत राव – पूर्व आईएएस अधिकारी
- भवेश कुमार सिंह – पूर्व आईपीएस अधिकारी
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Hathra: घटना की पृष्ठभूमि
Hathra में हाल ही में एक सत्संग के बाद भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई लोगों की जान गई और कई लोग घायल हो गए थे। इस घटना ने प्रदेशभर में हड़कंप मचा दिया और सरकार ने इस पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
जांच आयोग का कार्य
जांच आयोग इस घटना की पूरी जांच करेगा और यह पता लगाएगा कि भगदड़ के कारण क्या थे और इसमें किसकी लापरवाही रही। आयोग यह भी देखेगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है। आयोग की रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सरकार का बयान
प्रदेश सरकार ने कहा है, “हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और न्यायिक जांच आयोग का गठन कर यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।”
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भय और नाराजगी का माहौल है। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को पहले से ही उचित प्रबंध करने चाहिए थे। न्यायिक जांच आयोग के गठन से लोगों को उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
निष्कर्ष
Hathra: भगदड़ घटना की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग का कार्य महत्वपूर्ण है। इससे न केवल घटना के कारणों का पता चलेगा, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे। जांच आयोग की रिपोर्ट का सभी को बेसब्री से इंतजार है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके।
और पढ़ें