Kanpur में लाखों रुपये के कटे नोटों की कतरन मिलने से मचा हड़कंप

Kanpur के अरौल थाना क्षेत्र में स्थित मेडुवा गांव के पास सर्विस रोड पर लाखों रुपये की कटे नोटों की कतरन मिलने से हड़कंप मच गया। यह घटना बुधवार को सामने आई, जब इलाके में लोगों ने सड़क पर बड़ी मात्रा में नोटों की कटिंग देखी। सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी और थाना पुलिस मौके पर पहुंची, और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है।

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घटना का विवरण

मेडुवा गांव के पास सर्विस रोड पर अचानक नोटों की कटिंग मिलने से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। नोटों की कतरन सड़कों पर बिखरी हुई थी, जिसे देखकर लोगों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचित किया। नोटों की कटिंग की मात्रा इतनी अधिक थी कि इसे देखकर आम लोगों के होश उड़ गए।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी, थाना पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कटे हुए नोटों को अपने कब्जे में ले लिया और घटना की जांच शुरू कर दी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) और आयकर विभाग की टीम को भी सूचित कर दिया गया है।

आरबीआई और आयकर विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर नोटों की कतरन की जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि यह राशि कैसे और किस तरह से यहां पहुंची।

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स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर चिंता और असमंजस जताया है। उनका कहना है कि नोटों की इस कतरन के मिलने से इलाके में एक अनजाना भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। लोग यह जानने के लिए बेचैन हैं कि यह कटे हुए नोट आखिर किस कारण से यहां पड़े हुए हैं और इसके पीछे की सच्चाई क्या है।

प्रारंभिक जांच और संभावित परिणाम

पुलिस और प्रशासन की प्राथमिक जांच के अनुसार, यह संभव है कि यह कटे हुए नोट किसी अवैध गतिविधि से जुड़े हों। यह भी संभावना जताई जा रही है कि नोटों की कटिंग को किसी तरीके से छिपाने की कोशिश की गई हो।

आरबीआई और आयकर विभाग की जांच के बाद यह पता चल सकेगा कि यह नोट कहां से आए और क्या इसका किसी बड़े वित्तीय अपराध से संबंध है।

निष्कर्ष

लाखों रुपये की कटे नोटों की कतरन मिलने से कानपुर में एक नई चिंता का विषय उत्पन्न हो गया है। पुलिस और प्रशासन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हर संभव कदम उठा रहे हैं ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके और संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

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धर्मेंद्र वाजपेई : दैनिक भास्कर, शाह टाइम्स , लोकसत्य , पीसमेकर समेत देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र ,पत्रिकाओं में दायित्व निर्वहन के पश्चात वर्तमान मे विभिन्न प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में विगत 20 वर्षों से राजनैतिक, समसामयिक एवं अपराधिक खबरों पर स्वतंत्र विश्लेषक के रूप में सक्रिय हैं।
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