Kanpur में पिता ने बेटे की हत्या की, नशे और गाली-गलौज ने बढ़ाया तनाव

Kanpur में पनकी थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में एक दुखद घटना में पिता ने अपने 22 वर्षीय बेटे की हत्या कर दी। घटना का मुख्य कारण बेटे की रोज़ाना की नशे की लत और पिता-बेटे के बीच बढ़ता तनाव था।

घटना का विवरण

रंजीत कुमार, काशीराम कॉलोनी के निवासी, ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा रोहित रोज़ शराब पीता था और नशे में धुत होकर घर आता था। रोहित पेशे से ऑटो चालक था और उसकी शराब पीने की लत ने परिवार में तनाव पैदा कर दिया था। हर दिन घर में गाली-गलौज और मारपीट होती थी, जिससे पिता रंजीत अत्यधिक परेशान थे।

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मारपीट और हत्या

बीते शुक्रवार को, रोहित ने शराब पीकर घर पहुंचा और पिता से घर के किसी काम को लेकर बहस करने लगा। जब रंजीत ने उसकी गाली-गलौज पर विरोध किया, तो रोहित ने उसे हाथापाई कर दी। इसके बाद, रंजीत ने गुस्से में आकर बेल्ट से अपने नशे में धुत्त बेटे की जमकर पिटाई की। जब रोहित पस्त पड़ गया, तो रंजीत ने बेल्ट से उसका गला कसकर घोंट लिया, जिससे रोहित की हत्या हो गई।

पुलिस कार्रवाई

पुलिस कार्रवाई
पुलिस कार्रवाई

Kanpur: हत्याकांड की रात, रंजीत ने बेटे की मौत को शराब के प्रभाव में बताने की कोशिश की। उसने रात भर बेटे के शव के पास अगरबत्ती जलाकर, गंगाजल और तुलसी पत्र डालकर अफसोस किया। सुबह पुलिस को जानकारी तब मिली जब पड़ोसियों ने बताया कि देर रात घर में मारपीट हुई थी। पुलिस ने रंजीत को हिरासत में लिया और उसकी पूछताछ के दौरान उसने पूरे मामले की सच्चाई स्वीकार की।

पिता का बयान

रंजीत ने पुलिस को बताया कि रोहित की शराब पीने की लत ने उसे बेहद परेशान कर दिया था। रोज़मर्रा की गाली-गलौज और मारपीट से रंजीत का मानसिक तनाव बढ़ रहा था, जिसके चलते वह उस दिन गुस्से में आकर बेटे की हत्या कर बैठे।

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मामले की जांच

पुलिस ने घटना स्थल की जांच शुरू कर दी है। रंजीत की हत्या कबूलनामे के आधार पर आगे की जांच जारी है। पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए जांच की है कि क्या हत्या का कोई पूर्वसज्जा था या यह अचानक हुई घटना थी। फिलहाल, रंजीत को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।

समाज में प्रतिक्रिया

इस घटना ने कानपुर में समाज में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को उजागर किया है। स्थानीय लोग इस घटना से गहरे सदमे में हैं और पुलिस से न्याय की मांग कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार में बढ़ता तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

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धर्मेंद्र वाजपेई : दैनिक भास्कर, शाह टाइम्स , लोकसत्य , पीसमेकर समेत देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र ,पत्रिकाओं में दायित्व निर्वहन के पश्चात वर्तमान मे विभिन्न प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में विगत 20 वर्षों से राजनैतिक, समसामयिक एवं अपराधिक खबरों पर स्वतंत्र विश्लेषक के रूप में सक्रिय हैं।
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