Kanpur जिले में हुए कालिंदी एक्सप्रेस Train Accident की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एक सिलेंडर ट्रेन के इंजन से टकराया था, लेकिन गनीमत रही कि वह पटरियों पर नहीं गिरा, बल्कि पास की झाड़ियों में जा गिरा। अगर सिलेंडर पटरियों पर गिरकर फट जाता, तो हादसा और भी भयावह हो सकता था। ट्रेन में भीषण विस्फोट हो सकता था, जिससे कई लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती थी।
फोरेंसिक टीम की जांच के दौरान पता चला कि घटनास्थल के पास ज्वलनशील पदार्थों का छिड़काव किया गया था, ताकि चिंगारी से आग भड़क सके। टीम को सिलेंडर के अलावा पेट्रोल से भरी बोतलें, ज्वलनशील पाउडर और माचिस भी मिली, जो हादसे की मंशा को दर्शाती है। ये सभी वस्तुएं जांच टीम ने अपने कब्जे में लेकर जांच की।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिलेंडर ट्रेन के इंजन से टकराने के बाद करीब 50 मीटर तक पटरियों पर घिसटता गया और इस दौरान 70 से अधिक बार स्लीपरों से टकराया। फोरेंसिक टीम ने उस जगह को चिह्नित किया, जहां सिलेंडर टकराता रहा और अंततः 77वें स्लीपर के पास झाड़ियों में गिर गया। जांच टीम का मानना है कि सिलेंडर उछलकर ट्रेन के साथ घिसटता रहा, जिससे बड़ा हादसा टल गया।