Varanasi के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब से, मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालु स्पर्श दर्शन नहीं कर सकेंगे। प्रशासन ने यह कदम अग्रिम आदेश तक लागू किया है। श्रद्धालुओं को अब केवल अरघा लगाकर या झांकी दर्शन से बाबा के दर्शन करने की अनुमति दी गई है।
घटनाक्रम की पृष्ठभूमि
यह निर्णय तब लिया गया जब मंदिर में स्पर्श दर्शन करने के दौरान दो श्रद्धालु गिर गए। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें मंदिर का सेवादार श्रद्धालुओं के साथ धक्का-मुक्की करता नजर आ रहा है। इससे मंदिर प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। प्रशासन का कहना है कि भीड़ नियंत्रण में असफलता के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
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दुर्घटना का विवरण
सोमवार को, दो श्रद्धालु गर्भ गृह के अरघे में स्पर्श दर्शन करने की कोशिश में गिर गए। वीडियो में देखा गया कि भारी भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा। एक महिला गिर गई और उसके ऊपर एक पुरुष भी गिर गया। इस स्थिति से सभी लोग असहज हो गए और जल्द ही इन दोनों श्रद्धालुओं को बाहर निकाला गया।
मंदिर प्रशासन का बयान
Varanasi: मंदिर प्रशासन ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि 7 अक्तूबर को शाम की आरती के दौरान अचानक अधिक संख्या में श्रद्धालुओं का गर्भ गृह में प्रवेश हुआ, जिससे यह घटना हुई। प्रशासन ने कहा कि यह अत्यंत खेद का विषय है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उपसंहार
इस घटना ने एक बार फिर भीड़ नियंत्रण की आवश्यकता को उजागर किया है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का वादा किया है।