Kanwar Yatra: यमुनानगर में रोशन लाल कंबोज ने रात में जाम बहाल कर कांवड़ियों की मदद की

Kanwar Yatra: हिंदू धर्म की महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा, कावड़ यात्रा, हर साल श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) के दौरान भगवान शिव के भक्तों द्वारा बड़े उत्साह के साथ की जाती है। इस यात्रा के दौरान भक्तजन विभिन्न नदियों से पवित्र जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। कावड़ यात्रा के दौरान सड़कों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

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यमुनानगर में इस समस्या को हल करने के लिए समाजसेवी और प्रसिद्ध उद्योगपति रोशन लाल कंबोज ने रात के समय में कांवड़ियों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। रोशन लाल कंबोज ने अपने प्रयासों से जाम की स्थिति को बहाल किया और सुनिश्चित किया कि कांवड़ियों को अपनी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

Kanwar Yatra: रोशन लाल कंबोज ने कांवड़ियों के साथ अपने विचार साझा किए और सनातन धर्म की जय और हिन्दू धर्म की जय के नारे लगाए। उन्होंने कहा, “हमेशा सनातन धर्म की जय हो। हिन्दू धर्म की जय हो।” उनके इस प्रेरणादायक संदेश ने कांवड़ियों के मनोबल को और भी ऊंचा कर दिया।

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उन्होंने बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान भक्तों की सेवा करना उनका धर्म है और वे हमेशा इसके लिए तत्पर रहते हैं। रोशन लाल कंबोज ने यह भी सुनिश्चित किया कि कांवड़ियों के लिए रात में आराम और विश्राम की उचित व्यवस्था हो। उन्होंने भोजन, पानी और चिकित्सा सेवाओं की भी व्यवस्था की, ताकि कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

कांवड़ियों ने भी रोशन लाल कंबोज की इस सेवा भावना की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि रोशन लाल कंबोज जैसे समाजसेवियों की मदद से ही वे अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर पाते हैं।

Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क जाम की समस्या एक बड़ी चुनौती होती है, जिसे हल करने के लिए प्रशासन के साथ-साथ समाज के लोगों की भी भागीदारी आवश्यक होती है। रोशन लाल कंबोज ने इस दिशा में एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी इस पहल से न केवल कांवड़ियों को राहत मिली, बल्कि अन्य समाजसेवियों को भी प्रेरणा मिली कि वे आगे आकर समाज की सेवा करें।

इस प्रकार की सेवाएं न केवल धार्मिक यात्राओं को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाती हैं, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी प्रबल करती हैं। कावड़ यात्रा के दौरान रोशन लाल कंबोज द्वारा किए गए इस प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि जब समाज के लोग एकजुट होकर किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए आगे आते हैं, तो कोई भी बाधा उन्हें रोक नहीं सकती।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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