Lucknow Diarrhea Havoc का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे शहर के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भारी इज़ाफा हो गया है। हाल के दिनों में रोजाना 30 से 35 नए डायरिया के मरीज सामने आ रहे हैं, जिनमें से सबसे बड़ी संख्या बच्चों की है। इन बच्चों में उल्टी, दस्त और पानी की कमी की समस्याएँ प्रमुख हैं। लोक बंधु अस्पताल में डायरिया के मरीजों की भारी भीड़ देखी जा रही है, जहां कई मरीज भर्ती हैं।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
गंदे पानी और साफ सफाई की कमी का असर
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बरसात के बाद उनके इलाकों में गंदा पानी भर जाता है और साफ-सफाई की कमी के कारण वहाँ पर डायरिया जैसी बीमारियाँ फैल रही हैं। गंदा पानी और गंदे भोजन के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसके अलावा, कुछ इलाकों में नालियों और जलनिकासी की समस्याएँ भी इस स्थिति को और बिगाड़ रही हैं।
अस्पताल की सलाह और प्रशासन की भूमिका
लोक बंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि डायरिया आमतौर पर गंदे पानी पीने और संक्रमित भोजन खाने से होता है। आसपास की गंदगी भी संक्रमण फैलाने का एक प्रमुख कारण है। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, और साफ पानी पीने, कटे हुए फल और अन्य खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह धोने की सलाह दी है।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
डॉ. त्रिपाठी ने कहा, “डायरिया से होने वाली मौतें मुख्यतः डिहाइड्रेशन के कारण होती हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण मृत्यु हो सकती है। हम हर दिन कई मरीजों को डायरिया के लक्षणों के साथ देख रहे हैं, लेकिन कुछ को ही भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती है, जबकि अधिकांश मरीज दवा से ठीक हो जाते हैं।”
आवश्यक सावधानियाँ और भविष्य की रणनीतियाँ
लोगों को इस समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर गंदे पानी और भोजन से बचने की कोशिश करनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई के उपाय बढ़ाने चाहिए। इसके साथ ही, स्वच्छता अभियानों और जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं को रोका जा सके।
और पढ़ें