Bijnor: महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की मंजूरी दे दी है। इस निर्णय के साथ ही मेडिकल कॉलेज में 100 एमबीबीएस सीटों पर पढ़ाई होगी। एनएमसी ने मानक पूरे होने के बाद कॉलेज के संचालन को हरी झंडी दी है और मेडिकल कॉलेज प्रशासन अब तैयारियों में जुट गया है।
निर्माण की प्रगति और लागत
महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य 12 अप्रैल 2021 को शुरू हुआ था। कॉलेज के निर्माण का बजट 281.52 करोड़ रुपये का प्रस्तावित किया गया था, लेकिन वैस्कॉन लिमिटेड कंपनी ने इसे 246 करोड़ रुपये में पूरा किया। तीन साल से अधिक समय से चल रहे निर्माण कार्य में से लगभग 98.50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जिसमें एकेडमिक ब्लॉक, हास्टल और आवास शामिल हैं। हालांकि, अस्पताल और नर्सिंग स्टाफ के काम में अभी 95 प्रतिशत प्रगति हुई है। सरकार ने निर्माण को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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Bijnor: एनएमसी निरीक्षण और मान्यता
24 जून 2024 को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की चार सदस्यीय टीम ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। फैकल्टी की कमी के कारण एनएमसी ने पहले मान्यता नहीं दी थी। इसके बाद, फैकल्टी पूरी करने के बाद कॉलेज ने दोबारा अपील की थी। मानक पूरे होने पर, बुधवार को एनएमसी ने बिजनौर के महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज समेत 10 अन्य मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दी। इसके साथ ही, मेडिकल कॉलेज अब काउंसलिंग में भी शामिल हो सकेगा और सत्र 2024-25 से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होगी।
सुविधाओं और नियुक्तियों की स्थिति
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में 42 से अधिक फैकल्टी के पद भरे जा चुके हैं। इसके अलावा, 23 सीनियर रेजीडेंट और 40 जूनियर रेजीडेंट चिकित्सक भी नियुक्त किए जा चुके हैं। एनएमसी की मान्यता मिलने के बाद, कॉलेज में कक्षाओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है, जिसमें लैब, हॉल और अन्य आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा।
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Bijnor: प्रतिक्रियाएँ
डॉ. उर्मिला कार्या, प्राचार्या, महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज ने कहा, “डीजीएमई से एनएमसी की मान्यता मिलने की सूचना मिली है। हालांकि एनएमसी की ओर से कोई पत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। मान्यता मिलने के बाद, मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हो सकेगी।”
सारांश
महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज के मान्यता मिलने से बिजनौर जिले में चिकित्सा शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। यह विकास क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है और स्थानीय छात्रों के लिए अवसरों का विस्तार करेगा।
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