UP: मक्का शरीफ में आई बाढ़ को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने गंभीर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस बाढ़ को कयामत की एक निशानी के रूप में बताया है और इसे लेकर अपने विचार साझा किए हैं।
मुख्य बिंदु
- कयामत की निशानी: मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा कि मक्का शरीफ में बाढ़ आना कयामत की एक निशानी है। उन्होंने कहा कि पैगंबर इस्लाम ने कयामत की जिन निशानियों का वर्णन किया है, उनमें से एक बाढ़ भी है। बरेलवी ने इस बाढ़ को एक संकेत के रूप में देखा है और इसे गंभीरता से लिया है।
- आह्वान और तौबा की अपील: बरेलवी ने देश और दुनिया के लोगों से अपील की है कि अगर उन्होंने जाने-अनजाने में कोई गलती की हो, तो उसे सुधारने के लिए तौबा करनी चाहिए। उन्होंने लोगों को धार्मिक और नैतिक सुधार की सलाह दी है।
- नुकसान की चेतावनी: मौलाना बरेलवी ने कहा कि कयामत की निशानियों में एक प्रमुख निशानी पानी है, जो इमारतों और जान-माल को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने इस बाढ़ को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की बजाय, इसे गंभीरता से लेने की सलाह दी है।
मौलाना बरेलवी का यह बयान मक्का शरीफ में आई बाढ़ की स्थिति को लेकर एक धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण को पेश करता है और इसे कयामत की एक महत्वपूर्ण निशानी के रूप में प्रस्तुत करता है।