Mathura: मुड़िया पूर्णिमा मेले के दूसरे दिन गिरिराज जी की धरा पर भक्तों की भारी भीड़

Mathura में करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र गिरिराज जी की धरा पर पांच दिवसीय मुड़िया पूर्णिमा मेले के दूसरे दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। आस्था के इस महासागर में भक्ति की ऐसी लहरें उठीं कि इंद्रदेव भी झूम उठे और उमस और गर्मी से बेहाल हो रहे भक्तों पर जमकर बारिश की। इस बारिश ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के उत्साह और श्रद्धा भाव को और बढ़ा दिया।

भक्तों की भीड़ और उत्साह

परिक्रमार्ग पर भक्तों की भारी भीड़ रही। सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था और दिन भर श्रद्धालु गिरिराज जी की परिक्रमा करते रहे। अगले तीन दिनों तक भक्तों का यह सिलसिला जारी रहेगा। दोपहर बाद आसमान में घटाएं गहराने लगीं और गिरिराज पर्वत हरीतिमा से मुस्कुरा उठा। रिमझिम बारिश ने भक्तों के उत्साह को और भी बढ़ा दिया।

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बारिश और भक्ति का संगम

इंद्रदेव की कृपा मानकर श्रद्धालु बिना रुके गिरिराज जी की परिक्रमा करते रहे। बारिश के बीच भींगते हुए और ‘राधे-राधे’ गाते हुए उनके कदम यूं चल रहे थे मानो स्वयं भगवान गिरिराज उनके साथ हों और उन्हीं का सहारा हो। भक्तों का यह उत्साह और श्रद्धा देखते ही बन रहा था। ऐसा लग रहा था मानो इंद्रदेव भी राधा-श्याम और गिरिराज महाराज की भक्ति में भावुक हो गए हों।

मेले का वातावरण

मेले का वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय और आनंदमय हो गया था। बारिश की बूंदों ने न केवल भक्तों को ठंडक दी बल्कि उनके मन को भी शीतलता प्रदान की। भक्तों ने अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ परिक्रमा करते हुए भगवान गिरिराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। हर तरफ भक्तों के गीत और जयकारों की गूंज सुनाई दे रही थी।

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प्रशासन की तैयारी

इस मेले के लिए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और उन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह पुलिस बल तैनात था और आवश्यक सुविधाएं जैसे पानी, चिकित्सा सेवा और विश्राम स्थल की व्यवस्था की गई थी।

निष्कर्ष

गिरिराज जी की धरा पर मथुरा में आयोजित मुड़िया पूर्णिमा मेले का दूसरा दिन भक्तों के लिए यादगार बन गया। बारिश और भक्ति के इस संगम ने भक्तों के मन को प्रसन्नता और शांति से भर दिया। अगले तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में और भी अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है, जो अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ गिरिराज जी की परिक्रमा करेंगे।

Mathura: इस मेले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मथुरा में आस्था और भक्ति का कितना गहरा और सजीव रूप देखने को मिलता है। भगवान गिरिराज का आशीर्वाद पाने के लिए दूर-दूर से आए भक्तों का यह उत्साह और श्रद्धा देखकर यह कहा जा सकता है कि भक्ति की यह धारा निरंतर बहती रहेगी।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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