Meerut के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के पहलाद नगर में नाथ समुदाय के तीन साधुओं की पिटाई का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने इन साधुओं पर बच्चा चोरी का आरोप लगाकर उन्हें बर्बरता से लाठी-डंडों से पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से लोगों ने इन साधुओं पर हमला किया।
Meerut घटना का विवरण:
वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ लोग साधुओं पर डंडों से प्रहार कर रहे हैं और उन्हें बुरी तरह पीट रहे हैं। यह वीडियो मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के पहलाद नगर की बताई जा रही है। घटना के समय तीन साधु क्षेत्र में घूम रहे थे, तभी स्थानीय लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझकर घेर लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी।
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साधुओं की पहचान:
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह सामने आया है कि ये तीनों साधु नाथ समुदाय से जुड़े हुए हैं और उनके नाम गौरव, गोपी और सुनील हैं। ये तीनों हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले हैं। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि ये साधु बच्चा चोर नहीं हैं और वे किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं थे।
पुलिस की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद पुलिस ने मारपीट की घटना से इंकार किया था, लेकिन वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
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Meerut स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल है। कई लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कानून को अपने हाथ में लेने का किसी को हक नहीं है और इस तरह की घटनाएं समाज में अस्थिरता और भय का माहौल पैदा करती हैं।
निष्कर्ष:
Meerut में नाथ समुदाय के साधुओं की पिटाई की घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि अफवाहों के आधार पर कार्रवाई करना कितना खतरनाक हो सकता है। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी को कानून और व्यवस्था का पालन करना आवश्यक है।
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