Kanwar Yatra के दौरान दुकानें बंद रखने का मुस्लिम व्यापारियों का फैसला

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के दौरान हजारों मुस्लिम व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। अहमद, अब्दुल, गुलजार और अन्य मुस्लिम व्यापारियों ने इस निर्णय को सामुदायिक सद्भाव और आपसी भाईचारे को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया है।

सामुदायिक सद्भाव का संदेश

मुस्लिम व्यापारियों ने कहा है कि इस फैसले का उद्देश्य हिंदू भक्तों की धार्मिक यात्रा के दौरान शांति और सहयोग बनाए रखना है। कांवड़ यात्रा के समय श्रद्धालु बड़ी संख्या में विभिन्न स्थानों से हरिद्वार और अन्य तीर्थ स्थलों की ओर जाते हैं। इस दौरान रास्ते में स्थानीय व्यापारियों द्वारा उनके स्वागत और सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है।

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व्यापारियों की प्रतिक्रिया

अहमद, एक स्थानीय व्यापारी, ने कहा, “हमारा समुदाय हमेशा से सामुदायिक सद्भाव में विश्वास रखता है। कांवड़ यात्रा हमारे हिंदू भाइयों के लिए महत्वपूर्ण है, और हम चाहते हैं कि वे अपनी यात्रा शांति और सुरक्षित रूप से पूरी करें। इसलिए, हमने सामूहिक रूप से यह फैसला किया है।”

प्रशासन का समर्थन

स्थानीय प्रशासन ने भी मुस्लिम व्यापारियों के इस फैसले का स्वागत किया है और इसे सामुदायिक सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण बताया है। प्रशासन ने कहा है कि इस कदम से कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

अन्य व्यापारियों का समर्थन

गुलजार, एक अन्य व्यापारी, ने कहा, “हमने देखा है कि हमारे हिंदू भाई अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन करते हुए यात्रा करते हैं। हम चाहते हैं कि हमारी छोटी सी कोशिश से उनकी यात्रा थोड़ी आसान हो सके। हमें खुशी है कि हमारे इस फैसले का समर्थन अन्य व्यापारियों ने भी किया है।”

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धार्मिक और सामुदायिक एकता

इस फैसले ने धार्मिक और सामुदायिक एकता को और मजबूत किया है। इस कदम से यह संदेश गया है कि विभिन्न समुदायों के लोग एक-दूसरे की धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का सम्मान करते हैं और सामूहिक शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए मिलकर काम करते हैं।

निष्कर्ष

Kanwar Yatra: मुस्लिम व्यापारियों द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान अपनी दुकानें बंद रखने का यह फैसला सामुदायिक सद्भाव और आपसी भाईचारे की मिसाल है। इस कदम से न केवल धार्मिक एकता को बल मिलेगा, बल्कि समाज में शांति और सहयोग का संदेश भी जाएगा। यह निर्णय उन सभी के लिए प्रेरणा है जो धार्मिक और सामुदायिक एकता को महत्व देते हैं।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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