Cyber Crime: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हाल ही में साइबर क्राइम की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। शातिर अपराधी विभिन्न जांच एजेंसियों जैसे सीबीई (केंद्रीय जांच ब्यूरो), आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो), और साइबर क्राइम इंडिया की तरह के नामों का दुरुपयोग कर रहे हैं। ये अपराधी फर्जी मोहर और अटेस्टेशन का इस्तेमाल करके सर्टिफाइड कॉपी बनाते हैं और उसे ई-मेल के माध्यम से लोगों को भेजते हैं।
अपराधी इन सर्टिफाइड कॉपियों के जरिए लोगों को यह धमकी देते हैं कि वे इंटरनेट पर पोर्नोग्राफी साइट्स देख रहे हैं, जिसके आधार पर उनके खिलाफ आईटी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की धमकियों के तहत लोगों को डराया और परेशान किया जाता है, जिससे वे फर्जी दावों पर विश्वास कर लेते हैं और साइबर अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं।
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Cyber Crime: इस प्रकार के ई-मेल प्राप्त होने की स्थिति में यह अत्यंत आवश्यक है कि आप सतर्क रहें और तुरंत कार्रवाई करें। यदि आपको इस प्रकार का कोई संदिग्ध ई-मेल प्राप्त होता है, तो आपको तुरंत साइबर क्राइम थाना या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना देनी चाहिए। यह कदम न केवल आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि साइबर अपराधियों की पहचान और उनकी गतिविधियों को रोकने के लिए भी आवश्यक है।
Cyber Crime: इस बढ़ती समस्या से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन और जांच एजेंसियों ने सभी नागरिकों को जागरूक करने का निर्णय लिया है। वे लोगों को सलाह देते हैं कि वे किसी भी अनजाने या संदिग्ध ई-मेल पर ध्यान न दें और आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाएं। साइबर क्राइम के खिलाफ एक सशक्त सुरक्षा नेटवर्क स्थापित करने के लिए सभी नागरिकों की जागरूकता और सहयोग की आवश्यकता है।
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