Noida Police की कड़ी कार्रवाई, एक किलोग्राम से अधिक गांजा और अवैध हथियार जब्त

मंगलवार रात को Noida Police ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जो नशीले पदार्थों की बिक्री और हथियार रखने जैसी अवैध गतिविधियों में लिप्त थे। एक नियमित गश्त के दौरान, अधिकारियों ने 1.2 किलोग्राम से अधिक गांजा और एक देश-निर्मित बंदूक जब्त की। यह कार्रवाई पुलिस की नशीली दवाओं से जुड़े अपराधों से निपटने और क्षेत्र में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

गांजा जब्त करने की घटना

पहली गिरफ्तारी मोर्फुस तिरहे के पास हुई, जहां पुलिस ने सूचना मिलने पर 30 वर्षीय दिवाकर सिंह को हिरासत में लिया। विस्तृत तलाशी में पाया गया कि दिवाकर के पास 1.2 किलोग्राम गांजा था। दिवाकर, जो सुल्तानपुर जिले के नौगांवान गांव से हैं, ने कई दिनों से इस नियंत्रित पदार्थ की अवैध बिक्री में संलिप्तता दिखाई थी।

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संदिग्ध का प्रोफ़ाइल

स्टेशन ऑफिसर मनोज कुमार सिंह ने पुष्टि की कि दिवाकर की लगातार अवैध गतिविधियों ने कानून प्रवर्तन की नजरों में उनकी उपस्थिति बढ़ा दी थी। उनकी गिरफ्तारी स्थानीय ड्रग व्यापार से निपटने और अपराधियों को जिम्मेदार ठहराने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सशस्त्र डकैती की रोकथाम

उसी रात, एक अलग घटना में पुलिस ने 19 वर्षीय इम्रान को गिरफ्तार किया, जिसे डकैती करने की योजना के साथ घूमते हुए पाया गया। उप-इंस्पेक्टर बृजपाल सिंह ने इम्रान को रोका और पाया कि उसके पास एक अवैध देशी पिस्तौल और गोला-बारूद था।

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गिरफ्तारी के पीछे का उद्देश्य

तहकीकात के दौरान, अधिकारियों ने जाना कि इम्रान डकैती करने की योजना के साथ सड़कों पर घूम रहा था। उसकी गिरफ्तारी नोएडा पुलिस द्वारा हिंसक अपराधों को रोकने और समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।

पुलिस के बयान

अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, यह कहते हुए कि ऐसी कार्रवाइयाँ क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों को रोकने में जारी रहेंगी। उन्होंने निवासियों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया।

समुदाय पर प्रभाव

इन गिरफ्तारियों ने न केवल प्रभावी पुलिस कार्य को दर्शाया है, बल्कि समुदाय में ड्रग उपयोग और बंदूक हिंसा के खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी काम किया है। अधिकारी आशावान हैं कि ऐसी कार्रवाइयाँ संभावित अपराधियों को निरुत्साहित करेंगी और सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करेंगी।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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