Ayodhya: 17 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की एक टुकड़ी अयोध्या पहुंच रही है। यह टीम चार दिनों तक अयोध्या में रहकर राम जन्मभूमि और आस-पास की सुरक्षा की समीक्षा करेगी। एनएसजी की टीम 20 जुलाई तक अयोध्या में मौजूद रहेगी और इस दौरान विभिन्न सुरक्षा पहलुओं का निरीक्षण करेगी।
एनएसजी की भूमिका और समीक्षा:
एनएसजी की टीम का मुख्य उद्देश्य राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का जायजा लेना और आतंकवादी हमले की स्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया के तरीकों का मंथन करना है। इस समीक्षा में सुरक्षा बलों के समन्वय और उनकी तत्परता का भी आकलन किया जाएगा। टीम स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगी और संभावित खतरों से निपटने के उपायों पर विचार-विमर्श करेगी।
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Ayodhya: स्थायी तैनाती की योजना:
अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का एक स्थायी हब बनाने की तैयारी चल रही है। एनएसजी की टुकड़ी को यहां स्थायी रूप से तैनात करने की योजना है, ताकि राम जन्मभूमि की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके। यह कदम अयोध्या में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इससे आतंकवादी खतरों का सामना करने की क्षमता में वृद्धि होगी।
मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था:
वर्तमान में, राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (SSF) संभाल रही है। इसके अलावा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) भी सुरक्षा में तैनात हैं। एसएसएफ के जवानों को एनएसजी द्वारा ही प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे उनकी क्षमता और तत्परता बढ़ी है। वर्तमान में, स्पेशल फोर्स के 200 कमांडो अयोध्या में सुरक्षा दे रहे हैं।
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Ayodhya: स्थानीय और राष्ट्रीय सुरक्षा:
अयोध्या की सुरक्षा न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। राम जन्मभूमि पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सतर्कता और सुरक्षा प्रबंधन की आवश्यकता है। एनएसजी की समीक्षा और स्थायी तैनाती से सुरक्षा प्रबंधन को और मजबूती मिलेगी।
Ayodhya: निष्कर्ष:
एनएसजी की टुकड़ी के अयोध्या दौरे का उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा और उन्हें और अधिक सुदृढ़ बनाना है। एनएसजी के स्थायी हब की स्थापना और अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर काम करने से अयोध्या की सुरक्षा को नई ऊंचाई मिलेगी। सुरक्षा बलों की सतर्कता और तत्परता से राम जन्मभूमि और उसके आस-पास के क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
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