अयोध्या में आतंकी खतरे की आशंका के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) के ब्लैक कैट कमांडो की तैनाती पर विस्तृत रूप से विचार विमर्श चल रहा है। इस तैनाती को लेकर कमांडो की संख्या, स्थानीय प्रबंधन और अन्य आवश्यक तैयारियों पर गहन मंथन हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार, एनएसजी को अयोध्या में आतंकवाद विरोधी और अपहरण रोधी अभियानों का विशिष्ट दायित्व सौंपा जाएगा। एनएसजी की तैनाती से उम्मीद है कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और किसी भी संभावित आतंकी खतरे से निपटने में मदद मिलेगी। एनएसजी की टीमें पहले से ही इन अभियानों में अपनी क्षमता और दक्षता का प्रदर्शन कर चुकी हैं।
एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो को विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी और अपहरण रोधी अभियानों में प्रशिक्षित किया गया है। अयोध्या में उनकी तैनाती से सुरक्षा बलों की ताकत बढ़ेगी और स्थानीय प्रशासन को आवश्यक समर्थन मिलेगा। एनएसजी की तैनाती के बाद, अयोध्या में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
पूर्व डीजीपी एके जैन ने इस कदम की सराहना की है और कहा है कि एनएसजी की तैनाती से अयोध्या में सुरक्षा और अधिक मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि एनएसजी बखूबी अपने कार्यों को अंजाम देती है और उनकी मौजूदगी से नागरिकों को भी अधिक सुरक्षा का अहसास होगा।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस योजना पर काम कर रही हैं और जल्द ही एनएसजी की तैनाती की घोषणा की जा सकती है। अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यह कदम उठाने से वहां के नागरिकों और तीर्थयात्रियों को अधिक सुरक्षित माहौल मिल सकेगा।