Pratapgarh, UP News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के महेशगंज थाने में एक अनोखे मामले को सुलझाने के लिए एक दिलचस्प तरीका अपनाया गया, जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। दरअसल, पुलिस ने गायब भैंस के मालिक की पहचान का निर्णय खुद भैंस पर छोड़ दिया। भैंस को छोड़ने पर वह खुद अपने असली मालिक के घर चली गई, जिससे यह मुद्दा सुलझ गया।
यह मामला प्रतापगढ़ जिले के महेशगंज थाना क्षेत्र में राय असकरनपुर गांव के निवासी नंदलाल सरोज का है। कुछ दिन पहले उनकी भैंस गायब हो गई थी और उसने पूरे हरिकेश गांव में भटकते हुए पहुंच गई थी, जहां किसी के दावे के अनुसार हनुमान सरोज नामक व्यक्ति ने उसे पकड़ लिया था।
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लेकिन हनुमान सरोज उस भैंस पर अपना स्वामित्व दावा करने लगे और उन्होंने नंदलाल सरोज से भैंस देने से इंकार कर दिया। इस मुद्दे को पंचायत भी सुलझा नहीं पाई। इसके बाद नंदलाल ने इसे पुलिस स्टेशन में शिकायत की।
पुलिस ने कैसे सुलझाया विवाद?
जहां पंचायत और समाज के प्रयासों के बावजूद विवाद का निपटारा नहीं हो सका, पुलिस ने गांववालों की सहमति से एक अनोखा निर्णय सुनाया। महेशगंज थाने के एसएचओ, श्रवण कुमार सिंह ने मामले को समाधान के लिए पंचायत के सामने घोषणा की कि भैंस को सड़क पर अकेले छोड़ दिया जाएगा और जिसके पीछे वह जाएगी, उसे उसका मालिक माना जाएगा।
श्रवण कुमार सिंह के इस अनोखे निर्णय को गांववालों ने स्वीकार किया और नंदलाल तथा उनके विरोधी हनुमान से यह निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने गांव के रास्ते पर विपरीत दिशाओं में खड़े हों।
पीछे-पीछे अपने मालिक के घर पहुंची भैंस
इस अनोखे तरीके से हुए निर्णय के बाद, भैंस नंदलाल के पीछे-पीछे सीधे राय असकरनपुर गांव पहुंच गई। इसके बाद पुलिस और गांववालों की सर्वसम्मति से उस भैंस को नंदलाल को सौंप दिया गया।