UP: Vikas Nagar ढकरानी गाँव में दुनिया के सबसे जहरीले साँपों में से एक, रसेल वाइपर (Russell viper) प्रजाति के 26 साँप मिलने से इलाके में दहशत फैल गई। बड़ी संख्या में इन खतरनाक साँपों को देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा हो गया।
वन विभाग और रेस्क्यू टीम की त्वरित कार्रवाई:
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम और रेस्क्यू एक्सपर्ट तुरंत मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने देखा कि एशिया के सबसे जहरीले रसेल वाइपर प्रजाति के 26 साँप के बच्चे वहाँ मौजूद थे। रसेल वाइपर साँप दिखने में अजगर की तरह होते हैं, जो बहुत जहरीले, फुर्तीले और आक्रामक होते हैं। इनके काटने से इंसान तुरंत पैरालाइज हो जाता है और बचना लगभग असंभव होता है।
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रसेल वाइपर की विशेषताएँ:
रसेल वाइपर प्रजाति के साँप भारतीय साँपों की तरह अंडे नहीं देते, बल्कि दर्जनों की संख्या में बच्चों को जन्म देते हैं। यही वजह है कि तेजी से अपनी संख्या बढ़ाने वाली इस प्रजाति का यहाँ मिलना वन महकमे के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि जंगल से भटककर आबादी में पहुंची रसेल वाइपर की मादा साँप ने यहाँ इन बच्चों को जन्म दिया होगा।
रेस्क्यू ऑपरेशन:
रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इन सभी 26 साँपों का सफल रेस्क्यू कर लिया। इसके बाद इन्हें आबादी से दूर सुरक्षित टिमली रेंज के घने जंगल में छोड़ दिया गया। वन विभाग की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके के लोगों को राहत मिली है।
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सामाजिक प्रभाव और सुरक्षा उपाय:
इस घटना ने गाँव में लोगों को सतर्क और सावधान रहने का संदेश दिया है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे किसी भी प्रकार के साँप देखने पर तुरंत सूचना दें और खुद से कोई कदम न उठाएँ।
निष्कर्ष:
विकासनगर के ढकरानी गाँव में रसेल वाइपर के 26 साँपों का मिलना वन विभाग और ग्रामीणों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। इस घटना ने वन्यजीवों और मानव के बीच बढ़ते संघर्ष को उजागर किया है। वन विभाग की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन ऐसे मामलों को रोकने के लिए और भी सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता है।
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