Ayodhya राम जन्मभूमि में रामलला और राम भक्तों की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यहां 20 पुजारियों के साथ-साथ सेना के 20 रिटायर्ड जवानों को भी नियुक्त किया गया है। इन जवानों को मंदिर परिसर में विभिन्न सेवाओं के लिए लगाया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
गर्भगृह में रामलला के रखरखाव के लिए नियुक्त जवान
तीन रिटायर्ड जवानों को गर्भगृह में रामलला के रखरखाव और देखरेख के लिए नियुक्त किया गया है। ये जवान धर्मगुरु के साथ मिलकर भगवान रामलला की सेवा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि गर्भगृह में सभी धार्मिक और सुरक्षा संबंधित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें।
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मंदिर परिसर में जवानों की भूमिका
अन्य रिटायर्ड जवानों को मंदिर परिसर में विभिन्न सेवाओं के लिए नियुक्त किया गया है। उनकी भूमिकाओं में शामिल हैं:
- श्रद्धालुओं की सुविधा व्यवस्था: जवान श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखेंगे, ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
- यात्री सुविधा केंद्र: जवानों को यात्री सुविधा केंद्र पर तैनात किया गया है, जहां वे यात्रियों को आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान करेंगे।
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राम जन्मभूमि में जवानों की नियुक्ति का महत्व
इस पहल से यह सुनिश्चित होता है कि राम जन्मभूमि में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं मिल सकें। सेना के रिटायर्ड जवानों की नियुक्ति से सुरक्षा और अनुशासन का स्तर भी बढ़ेगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और पवित्र वातावरण मिलेगा।
निष्कर्ष
राम जन्मभूमि में सेना के रिटायर्ड जवानों और पुजारियों की नियुक्ति एक सराहनीय कदम है, जो रामलला और राम भक्तों की सेवा के लिए उठाया गया है। इस पहल से मंदिर परिसर में सुविधाओं और सेवाओं का स्तर बढ़ेगा और श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिलेगा।
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