लखनऊ – बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सहारनपुर से लोकसभा प्रत्याशी माजिद अली को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों और भाजपा प्रत्याशी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के आरोपों के कारण की गई है। बसपा नेतृत्व ने माजिद अली पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि माजिद अली ने चुनाव के दौरान पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया और विपक्षी भाजपा प्रत्याशी के साथ मिलकर काम किया। इस तरह की गतिविधियों ने पार्टी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है और अनुशासनहीनता को बढ़ावा दिया है। इस कदम से पार्टी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि पार्टी के अनुशासन को बनाए रखना आवश्यक है और जो सदस्य पार्टी के सिद्धांतों और नियमों का पालन नहीं करते, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय से पार्टी के अन्य सदस्यों को भी एक स्पष्ट संदेश जाएगा कि पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
माजिद अली के निष्कासन से सहारनपुर में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। उनके समर्थक इस निर्णय से नाराज हैं और पार्टी से उनके निष्कासन को अनुचित बता रहे हैं। वहीं, बसपा के अन्य सदस्य इस कदम का समर्थन कर रहे हैं और इसे पार्टी अनुशासन के लिए जरूरी मान रहे हैं।
पार्टी के इस निर्णय के बाद, माजिद अली ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे। इस घटनाक्रम ने सहारनपुर की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है और आने वाले दिनों में इसके और भी प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।