Samajwadi Party (सपा) के नेता और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के पूर्व प्रतिनिधि Nawab Singh Yadav को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाबालिग छात्रा के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कन्नौज में हुई, जहां यादव को एक नौकरी का झांसा देकर लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।
नवाब सिंह यादव, जो अखिलेश यादव के करीबी सहयोगी माने जाते हैं, ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थीं और दोनों की कई पुरानी तस्वीरें दिखाई थीं। हालांकि, अपनी गिरफ्तारी के बावजूद, यादव ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है, जिसका उद्देश्य उनके राजनीतिक करियर को खत्म करना है।
अयोध्या रेप केस में भी फंसा सपा नेता
एक संबंधित मामले में, समाजवादी पार्टी के एक और नेता मोईद खान, जो सपा सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी माने जाते हैं, को एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह बच्ची अयोध्या में एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में काम कर रही थी और कथित तौर पर दो महीने से अधिक समय तक उसका शोषण किया गया।
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इस मामले ने राजनीतिक हलकों में काफी ध्यान आकर्षित किया है, खासकर तब जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की। भाजपा नेताओं, जिनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं, ने पीड़िता के परिवार के लिए मुआवजे की राशि को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने की मांग की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोईद खान, जो इस मामले का मुख्य आरोपी है, समाजवादी पार्टी का सदस्य है और वह फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद की टीम का हिस्सा है।
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इन घटनाओं ने उत्तर प्रदेश में राजनीतिक बहस को और तेज कर दिया है, जहां दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। सपा नेताओं की इन गिरफ्तारियों ने पार्टी को आलोचना के घेरे में ला दिया है, और पीड़ितों के लिए न्याय और जवाबदेही की मांगें बढ़ती जा रही हैं।
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