Uttar Pradesh News: महात्मा गांधी English Medium School, दलोट की प्रिंसिपल शारदा मीणा और स्कूल स्टाफ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से Viral Video of Teachers हो रहा है, जिसमें उन्हें साड़ियां खरीदते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में लिखा गया है कि School Staff आए दिन स्कूल टाइम में खरीदारी करता है। वीडियो वायरल होते ही जिले में हड़कंप मच गया है।
वीडियो में क्या है?
Uttar Pradesh News: वीडियो में Principal Sharda Meena और कुछ महिला शिक्षिकाएं स्कूल ड्यूटी के दौरान साड़ियां खरीदते हुए नजर आ रही हैं। यह वीडियो शनिवार से ही सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, और इसके साथ ही स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वे बच्चों को पढ़ाने के बजाय बाजारों में खरीदारी कर रहे हैं।
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प्रिंसिपल का स्पष्टीकरण
Uttar Pradesh News: जब इस मामले पर School Principal Sharda Meena से बातचीत की गई तो उन्होंने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि वह और उनकी सहकर्मी स्कूल ड्यूटी के बाद ही साड़ियां खरीदने गई थीं। उन्होंने बताया कि वे स्कूल के टीचर्स के Dress Code को फाइनल करने के लिए यह खरीदारी कर रही थीं और इसमें स्कूल पीईओ भी शामिल थे। उनका कहना है कि किसी ने जानबूझकर स्कूल स्टाफ को बदनाम करने के लिए इस वीडियो को वायरल किया है।
आरोपों की गंभीरता
प्रिंसिपल के इस स्पष्टीकरण के बावजूद, वीडियो के बाद से School Staff और प्रिंसिपल पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। शिक्षा विभाग की ओर से अब तक किसी भी सरकारी स्कूल में कोई ड्रेस कोड फाइनल नहीं किया गया है, लेकिन दलोट की प्रिंसिपल ने दावा किया है कि वह स्टाफ के लिए Dress Code फाइनल करने के लिए ही खरीदारी कर रही थीं। इस घटना ने School Administration की साख पर गहरा असर डाला है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जांच की मांग की जा रही है।
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
शिक्षा विभाग ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। Viral Video of Teachers और प्रिंसिपल के इस कृत्य ने विभाग को कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया है। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के बाद ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भी जमकर सुर्खियाँ बटोरी हैं। लोग Principal Sharda Meena और स्कूल स्टाफ की आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं बच्चों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। वहीं, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि Principal और स्टाफ के खिलाफ इस तरह की साजिशें आम बात हो गई हैं।
वायरल वीडियो की सच्चाई
वायरल वीडियो की सच्चाई को जानने के लिए अब सभी की नजरें जांच समिति की रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं। अगर Principal Sharda Meena और उनके स्टाफ को दोषी पाया जाता है, तो यह उनके करियर पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इसके साथ ही, School Administration की विश्वसनीयता पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
घटना की सच्चाई
इस घटना ने स्कूल प्रशासन के कामकाज पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और Principal Sharda Meena और उनके स्टाफ को दोषी ठहराया जाता है या नहीं। जांच रिपोर्ट आने तक सभी की नजरें इस मामले पर टिकी हुई हैं।