यूपी में पुलिस भी Bulldozer से सेफ नहीं, थाने पर चल गया बुलजर! देखें वीडियो

सिद्धार्थनगर जिले में सड़क चौड़ीकरण के अभियान के तहत खजुरिया रोड पर प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी नोंकझोंक का मामला सामने आया है। इस विवाद में सदर सीओ, एसडीएम और एडीएम आमने-सामने आ गए, जिसके कारण थाने की बाउंड्री और तहसील का गेट तोड़ा गया।

सड़क चौड़ीकरण के तहत अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई

कुछ महीनों पहले जिला मुख्यालय की सड़कों का चौड़ीकरण कर नाली का निर्माण किया गया था। अब इसी अभियान के तहत खजुरिया रोड पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। इस क्रम में कई मकानों और तहसील की दीवार को Bulldozer से जमींदोज किया गया। सदर थाने का गेट भी अतिक्रमण की जद में आ रहा था।

CO और SDM के बीच तीखी बहस

जब जेसीबी थाने के गेट पर पहुंची, तो पुलिस अधिकारी वहां पर पहुंच गए। सीओ अरुणकांत सिंह ने थाने की दीवार और गेट तोड़ने का विरोध किया, जबकि एसडीएम उमाशंकर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना 24 अगस्त की बताई जा रही है।

सीओ ने एसडीएम से लिखित में मांग की कि थाने की दीवार और गेट को क्यों गिराया जा रहा है, लेकिन एसडीएम ने जवाब में कहा कि यह कार्रवाई अवश्य की जाएगी और वह इसकी जिम्मेदारी लेंगे। इसी बीच, एडीएम ललित मिश्र ने सीओ से कहा कि अगर उन्हें आपत्ति है तो वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करें।

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जनता का विरोध और थाने की बाउंड्री को गिराना

इस बीच, स्थानीय लोगों की भीड़ भी मौके पर जमा हो गई और नारेबाजी करने लगी। प्रशासन पर थाने की बाउंड्री और गेट गिराने का दबाव बनाया गया। एसडीएम ने एडीएम से कहा कि थाने की दीवार गिरा दी जाए, जिस पर एडीएम ने सहमति दी और अंततः जेसीबी से थाने की दीवार और गेट को जमींदोज कर दिया गया।

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इस विवाद और सड़क चौड़ीकरण अभियान ने स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच तनाव को बढ़ा दिया है, और यह घटना सिद्धार्थनगर जिले में सुर्खियों में बनी हुई है।

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विभोर अग्रवाल एक अनुभवी और समर्पित पत्रकार हैं, जो सभी प्रकार की खबरों को कवर करते हैं, चाहे वह स्थानीय हों या हाइपरलोकल। उनकी रिपोर्टिंग में सटीकता और विश्वसनीयता की झलक मिलती है। विभोर का मुख्य उद्देश्य हर महत्वपूर्ण समाचार को समझकर उसे अपने दर्शकों तक पहुँचाना है। उनकी मेहनत और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में एक विशेष पहचान दिलाई है।
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