Ghazipur: जिले के गहमर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह रेलवे ट्रैक पर दो आरपीएफ जवानों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों जवानों की पहचान जमानिया थाना क्षेत्र के देवैथा गांव निवासी जावेद अहमद और बिहार के भोजपुर जिले के करथ गांव निवासी प्रमोद कुमार सिंह के रूप में हुई है। दोनों जवान मुगलसराय (पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन) में तैनात थे और बिहार के मोकामा ट्रेनिंग सेंटर जा रहे थे।
Ghazipur: घटना का विवरण
सूत्रों के मुताबिक, दोनों जवान डीडीयू से मोकामा के लिए सोमवार रात 12:50 बजे बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस से निकले थे। उन्हें सुबह 8:00 बजे मोकामा में रिपोर्टिंग करनी थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था। लेकिन मोकामा में दोनों के नहीं पहुंचने पर विभागीय अधिकारियों ने डीडीयू आरपीएफ कमांडेंट को इसकी सूचना दी और उनके मोबाइल नंबर ट्रेस कर उनकी खोजबीन शुरू की।
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मंगलवार की सुबह गहमर थाना क्षेत्र के देवकली और बकैनिया गांव के समीप रेलवे ट्रैक पर दोनों जवानों के शव क्षत-विक्षत हालत में पाए गए। जावेद खान के चेहरे और हाथ में गंभीर चोटें थीं, जबकि प्रमोद कुमार का शव नग्न अवस्था में ट्रैक किनारे झाड़ियों में मिला। स्थानीय पुलिस ने पहले शिनाख्त नहीं होने पर शवों को अज्ञात दिखाकर मर्चरी हाउस गाजीपुर भेज दिया था।
Ghazipur: परिवार की प्रतिक्रिया
मृतक जवान जावेद खान के भाई फैजान खान ने शव की पहचान की और हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने मामले की गहन जांच की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी इरज राजा ने बताया कि दोनों जवान मुगलसराय जंक्शन पर तैनात थे और बाड़मेर एक्सप्रेस से मोकामा के लिए जा रहे थे। इस बीच यह घटना हुई और उनके शव रेलवे ट्रैक पर पाए गए। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस द्वारा गहन जांच की जा रही है।
इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।
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