Lucknow। उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मदरसों से संबंधित कई अहम बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। इस बैठक में मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद, मदरसा रजिस्ट्रार और अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य मदरसों की नई मान्यता, शिक्षा नीति, और आगामी परीक्षा से संबंधित तैयारियों पर चर्चा करना था।
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बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई, उनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
नई मान्यता पर विचार: बैठक में नए मदरसों को मान्यता देने के विषय पर विचार-विमर्श किया गया। इसके अंतर्गत नए मदरसों को मदरसा बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई।
पोर्टल पर छूटे मदरसों का अपलोड: कई मदरसों का पोर्टल पर अपलोड नहीं हो सका था। इस मुद्दे को सुलझाने और सभी मदरसों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराने पर चर्चा की गई।
नई शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार मदरसों में नए पाठ्यक्रम को लागू करने पर विचार किया गया। इस बदलाव के तहत मदरसों की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक शिक्षा के अनुरूप ढालने की योजना पर चर्चा हुई।
पुरानी मार्कशीटों को ऑनलाइन करने पर विचार: बैठक में पुरानी मार्कशीटों को डिजिटल रूप में ऑनलाइन करने पर भी विचार किया गया, ताकि छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए इसे आसानी से उपलब्ध कराया जा सके।
परीक्षा 2025 की तैयारी: मदरसा बोर्ड ने 2025 में होने वाली परीक्षा की तैयारियों पर भी चर्चा की। परीक्षा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और छात्रों के हित में सुधारने पर जोर दिया गया।
बैठक का उद्देश्य
मदरसा बोर्ड की इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मदरसों के शैक्षणिक और प्रशासनिक ढांचे में सुधार लाना है। बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए मदरसों में आधुनिक और गुणवत्ता युक्त शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।