उत्तर प्रदेश में हार के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के भाजपा नेताओं और सरकारी वरिष्ठ नेताओं से खुद समीक्षा करने को कहा है। दिल्ली में हुई चुनावी समीक्षा के बाद आयोजित इस मीटिंग का उद्देश्य हार के पीछे के कारणों का विश्लेषण करना और भविष्य की योजनाओं को तैयार करना है।
इस बार ओबीसी, दलित और ब्राह्मण वोटर्स का सपा की ओर स्थानांतरण होने के कारण, यूपी सरकार में महत्वपूर्ण परिवर्तनों की उम्मीद है। मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण परिवर्तनों की संभावना है,
साथ ही प्रशासनिक सुधारों का भी अद्यतन किया जा सकता है। सरकार की पहुंच को बढ़ाने और एंटी-इनकंबेंसी को संभालने के लिए नई कार्यक्रमों की शुरुआत भी हो सकती है। इससे सामाजिक और राजनीतिक स्थितियों में बदलाव की संभावना है।