UP के जौनपुर जिले में बच्चा चोरी के शक में एक हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब एक युवक खुद को ग्रामीणों से घिरता देख ओवरब्रिज पर चढ़ गया। यह घटना दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां सरकारी स्कूल में बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का मामला उजागर हुआ है। यह मामला पथरिया ब्लॉक के सूखा गांव के सरकारी स्कूल का है, जहां बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया और आरोप लगाया कि मासूम बच्चों से स्कूल की टॉयलेट साफ कराई जा रही है। इस अमानवीय घटना ने अभिभावकों में नाराजगी पैदा कर दी है, और शिक्षा विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
अभिभावकों का हंगामा
कुछ अभिभावक अचानक स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि बच्चे कक्षाओं में खाली बैठे थे और मस्ती कर रहे थे क्योंकि स्कूल के शिक्षक गायब थे। जब अभिभावकों ने जांच की तो पता चला कि स्कूल में केवल एक शिक्षक मौजूद था, जो तय समय से काफी देर से स्कूल पहुंचा। अभिभावकों का आरोप है कि बच्चों को टॉयलेट साफ करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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शिक्षा अधिकारी की प्रतिक्रिया
मामले की जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया और कहा, “यह पहली बार है जब ऐसा मामला सामने आया है। बच्चों से टॉयलेट साफ कराना बेहद शर्मनाक है और इसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।” उन्होंने मामले की जांच के लिए बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) की अध्यक्षता में एक जांच टीम का गठन किया है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। दोषी पाए गए जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जांच के आदेश
शिक्षा विभाग ने इस मामले को लेकर तुरंत जांच शुरू कर दी है और अभिभावकों को आश्वासन दिया है कि जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीआरसी की अगुवाई में जांच टीम स्कूल का दौरा कर पूरे मामले की जांच करेगी और शिक्षा अधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।