Uttar Pradesh: गोंडा जिले में 39 मदरसों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनमें से 20 मदरसों ने अपनी मान्यता रद्द करने के लिए प्रस्ताव दिया है, जबकि 19 मदरसे अवैध रूप से चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मदरसों के खिलाफ की जा रही सख्त कार्रवाई के बीच, कई मदरसा संचालक अब अपनी मान्यताएं खुद ही वापस करने के लिए प्रस्ताव भेज रहे हैं।
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गोंडा अल्पसंख्यक विभाग को 20 मदरसा संचालकों ने बैठक कर अपनी मान्यताएं रद्द करने का प्रस्ताव दिया, जिसे मदरसा बोर्ड को भेजा गया। मदरसा बोर्ड ने इन प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया है, और अब इन मदरसों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही, जिले में चल रहे 19 अवैध मदरसों को भी बंद करने की तैयारी की जा रही है।
मदरसों में चंदे की कमी और सरकारी सहायता न मिलने के कारण कई मदरसा संचालक परेशान हैं और अपनी मान्यता रद्द करवा रहे हैं। गोंडा में कुल 467 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, जिनमें से किसी भी प्रकार की अवैध फंडिंग की जांच में पुष्टि नहीं हुई है। गोंडा अल्पसंख्यक अधिकारी रमेश चंद्र ने बताया कि मदरसों को बंद करने की कानूनी प्रक्रिया मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ के माध्यम से की जा रही है।