Varanasi: पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे वाराणसी में स्थिति गंभीर हो गई है। पिछले 24 घंटों में गंगा का जलस्तर 86 सेंटीमीटर बढ़ गया है और वर्तमान में यह दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। इस तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण किनारे की सीढ़ियां और मंदिर जलमग्न हो गए हैं, जिससे स्थानीय लोग और प्रशासन दोनों चिंतित हैं।
गंगा के बढ़ते जलस्तर का प्रभाव
मणिकर्णिका घाट: मणिकर्णिका घाट पर स्थित रत्नेश्वर महादेव मंदिर का गर्भगृह पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। यह मंदिर स्थानीय और बाहरी श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, और इसका जलमग्न होना एक गंभीर चिंता का विषय है।
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दशाश्वमेध घाट: यदि गंगा के जलस्तर में इसी तरह बढ़ोतरी जारी रही, तो दशाश्वमेध घाट पर रोजाना होने वाली गंगा आरती की जगह बदलनी पड़ सकती है। गंगा आरती वाराणसी का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो हर दिन हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
घाटों का संपर्क टूटना: गंगा के जलस्तर बढ़ने के चलते कई घाटों का संपर्क टूट गया है। हरिश्चंद्र घाट से लेकर मणिकर्णिका घाट तक पहुंचने का रास्ता बंद हो चुका है, जिससे लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही है।
Varanasi: प्रशासन की तैयारी
जलस्तर बढ़ने से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं और जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोग इस स्थिति से चिंतित हैं। गंगा किनारे रहने वाले और व्यापार करने वाले लोग जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हो रहे हैं। कई लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ताकि उन्हें इस समस्या से जल्द निजात मिल सके। गंगा किनारे बसे लोगों का कहना है कि यदि जलस्तर में और बढ़ोतरी होती है, तो उन्हें अपने घरों को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
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Varanasi: धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
गंगा नदी का वाराणसी में विशेष धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां गंगा आरती और अन्य धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने आते हैं। जलस्तर बढ़ने से इन गतिविधियों पर असर पड़ रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में निराशा फैल रही है।
विशेषज्ञों की राय
जल विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में यह बढ़ोतरी हो रही है। अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो जलस्तर में और भी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। विशेषज्ञों ने प्रशासन को जलस्तर की निरंतर निगरानी और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है।
Varanasi: समापन
गंगा के बढ़ते जलस्तर ने वाराणसी में चिंता का माहौल बना दिया है। प्रशासन और स्थानीय लोग इस स्थिति से निपटने के लिए तत्पर हैं। आने वाले दिनों में जलस्तर में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे घाटों और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और जनता से सतर्क रहने की अपील की है।
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