लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न हुई कैबिनेट बैठक में 41 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इस बैठक में कुल 42 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 41 को स्वीकृति मिली है। इन प्रस्तावों में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
कैबिनेट ने बरेली में फ्युचर यूनिवर्सिटी और गाजियाबाद में एचआरआईटी यूनिवर्सिटी की स्थापना को मंजूरी दी है। इसके साथ ही, हुडको से 1000 करोड़ रुपये के लिए लिए गए लोन की गारंटी सरकार द्वारा ली जाएगी। इस प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है।
ओबरा में दो पावर प्लांट की लागत बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। पहले इन पावर प्लांट की लागत 11,705 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 13,005 करोड़ रुपये हो गई है। बलिया के रसड़ा में ट्रांसमिशन सबस्टेशन की लागत को 537 करोड़ रुपये में करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
नोएडा में जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए किसानों की जमीन का मुआवजा देने के लिए धनराशि को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, लखीमपुर में एक नया हवाई अड्डा बनाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिली है।
आईआईटी कानपुर में एक मेडिकल रिसर्च सेंटर और 500 बेड का सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
ट्रांसफर पॉलिसी के तहत, समूह क और ख के अफसरों में से केवल 20 प्रतिशत का ही तबादला होगा। ज्यादा समय से जमे अफसरों को ही हटाया जाएगा और तबादले 30 जून तक पूरे किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के इन फैसलों से राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास को गति मिलेगी। इन निर्णयों से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी और जनहित के कार्यों में सुधार होगा।