उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के जंगल में लगी भीषण आग से चार वन विभाग के कर्मियों की मौत हो गई है। यह घटना गुरुवार को हुई, जब वन विभाग के कर्मी जंगल में आग बुझाने के प्रयास में लगे हुए थे। आग की चपेट में आकर उनकी जान चली गई।
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में जंगलों में आग लगना एक गंभीर समस्या बन गई है। इस साल भी गर्मी के मौसम में जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अल्मोड़ा के जंगल में भड़की आग ने वन विभाग के कर्मियों की जान ले ली, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चारों कर्मी आग बुझाने के प्रयास में जुटे थे, लेकिन आग की तीव्रता और तेज हवाओं के कारण वे उसकी चपेट में आ गए। मरने वालों में रमेश कुमार, सुरेश चंद्र, विजय सिंह और मनोज शर्मा शामिल हैं, जो अपने कर्तव्य का पालन करते हुए शहीद हो गए।
अल्मोड़ा के जिलाधिकारी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, “यह हमारे लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। हम इन बहादुर कर्मियों के बलिदान को हमेशा याद रखेंगे। उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।”
इस घटना ने उत्तराखंड के जंगलों में आग की समस्या की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है। जंगलों में लगने वाली आग न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि वन्य जीवों और स्थानीय निवासियों के लिए भी खतरा बनती है।
सरकार और वन विभाग को इस दिशा में और अधिक सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है। आग लगने के कारणों की गहन जांच की जा रही है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।
स्थानीय निवासियों और पर्यावरण संरक्षण संगठनों ने भी जंगलों में आग लगने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है और सरकार से इस दिशा में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।