Haridwar में आगामी दिनों में भारी भीड़ की उम्मीद जताई जा रही है। गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के स्नान के अवसर पर हरिद्वार में लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के पुण्य की डुबकी लगाने का अनुमान है। इस महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर पर हरिद्वार की हर दिशा में भक्ति की लहर देखने को मिलेगी।
हरिद्वार में आज से ही पार्किंग, होटल और धर्मशालाओं में बुकिंग फुल हो चुकी है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण हाईवे पर गाड़ियां धीमी गति से चल रही हैं और यातायात में भीड़भाड़ हो रही है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात को सुगम बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी का महत्व:
गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पर्व हैं। गंगा दशहरा के दिन माना जाता है कि मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने और गंगा स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रशासन की तैयारियाँ:
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, हरिद्वार प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। पुलिस ने यातायात को सुचारू बनाने के लिए विभिन्न मार्गों पर डाइवर्जन लगाए हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूत किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद उपलब्ध हो सके।
होटल, धर्मशालाएं और अन्य आवासीय सुविधाएं पूरी तरह से बुक हो चुकी हैं। कई स्थानों पर अस्थायी आवास और टेंट भी लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। गंगा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। लोग दूर-दूर से आकर गंगा में स्नान करने और पुण्य अर्जित करने के लिए उत्सुक हैं। भक्तों का मानना है कि गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के दिन गंगा स्नान से विशेष आशीर्वाद मिलता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।