Uttarakhand: में रविवार की सुबह एक बार फिर लोगों की सांसें थम गईं जब पहाड़ के ऊपर से एक बड़ा ग्लेशियर टूटकर नीचे गिरने लगा। इस घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
घटना का विवरण
रविवार की सुबह केदारनाथ में पहाड़ के ऊपर से एक बड़ा ग्लेशियर टूटकर गिरने लगा। ग्लेशियर टूटने से आए बर्फीले तूफान ने क्षेत्र में हलचल मचा दी, हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की जान-माल की क्षति नहीं हुई। लेकिन एवलांच के नीचे तक आने से लोगों में डर और चिंता फैल गई।
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Uttarakhand: लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने लोगों को 16 जून 2013 की भयानक यादों की ओर वापस खींच लिया, जब केदारनाथ में बादल फटने से भीषण बाढ़ आई थी और इससे भयंकर तबाही मची थी। स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों में इस घटना के बाद फिर से डर का माहौल बन गया है।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव दल को मौके पर भेजा। प्रशासन ने लोगों को आश्वस्त किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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Uttarakhand: सुरक्षा उपाय
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांत रहें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि केदारनाथ में सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है।
निष्कर्ष
केदारनाथ में ग्लेशियर टूटने की यह घटना भले ही किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि का कारण नहीं बनी, लेकिन इसने लोगों के बीच डर और चिंता को फिर से जगा दिया है। प्रशासन द्वारा किए जा रहे त्वरित और प्रभावी कदमों से स्थिति पर नियंत्रण रखा जा रहा है और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
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