Uttarakhand के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पवित्र धाम केदारनाथ के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सोनप्रयाग और गौरीकुंड में उमड़ रही है। हाल ही में खराब मौसम और आपदा के बावजूद श्रद्धालुओं का आना नहीं रुका है, जिससे उनकी आस्था और विश्वास का परिचय मिलता है।
लगातार खराब मौसम के बाद भी नहीं थमा श्रद्धालुओं का उत्साह
पिछले चार दिनों से मौसम खराब होने के बावजूद, श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नहीं आई है। लोग बड़ी संख्या में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इससे पहले, 31 जुलाई और दो सप्ताह पूर्व हुई दर्दनाक आपदा के कारण यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया था।
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प्रशासन और सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत
जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और यात्रा पुलिस की तैनाती से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। पुलिस की सतर्कता के कारण एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित आगे भेजा जा रहा है।
स्वाडिंग जोन में हेलमेट अनिवार्य
स्वाडिंग जोन पर श्रद्धालुओं के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मार्ग अभी भी अवरुद्ध
हालांकि, सड़क मार्ग की स्थिति अभी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक का मार्ग अब भी अवरुद्ध है। प्रशासन इसे जल्द से जल्द खोलने के प्रयास में लगा हुआ है, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकलें और आवश्यक सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट का उपयोग करें।