Uttarakhand रैणी नगरपालिका के अधीन स्थित कला बांध इन दिनों गंभीर खतरे का सामना कर रहा है, क्योंकि बांध का जलस्तर अपनी अधिकतम क्षमता के करीब पहुंच चुका है। बांध में पानी का स्तर अब 9 फीट 4 इंच तक पहुँच गया है, जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 10 फीट है। बीते चार दिनों से बांध में लगातार हो रहा रिसाव प्रशासन के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। इसके बावजूद, अब तक प्रशासन के तमाम प्रयास इसे रोकने में सफल नहीं हो सके हैं।
प्रशासन की चिंता यह है कि यदि क्षेत्र में एक और तेज बारिश होती है, तो बांध की स्थिति और भी बिगड़ सकती है। दीवारों पर बढ़ते दबाव के कारण रिसाव में इजाफा होने का खतरा है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी आपदा की संभावना बढ़ जाती है। जिला परिषद के एक्सईएन सुमित चंद जैन के अनुसार, यह कला बांध 2003 में सिंचाई विभाग से पंचायत समिति को सौंपा गया था और अब यह नगरपालिका के अंतर्गत आता है। बांध की पुरानी स्थिति और रियासतकालीन निर्माण होने के कारण, यह अधिक संवेदनशील हो गया है।
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वर्तमान में, नगरपालिका प्रशासन बांध के रिसाव को रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। जैन ने बताया कि स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन बांध की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सतर्कता बरतनी बेहद जरूरी है। प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, और मरम्मत का काम तेजी से जारी है।
स्थानीय निवासियों को भी सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय रहते रिसाव पर काबू नहीं पाया गया और क्षेत्र में अचानक बारिश हो गई, तो स्थिति गंभीर हो सकती है।