Uttarkashi में तिरुपति बालाजी महाप्रसाद विवाद पर तीर्थ पुरोहितों की कड़ी निंदा

Uttarkashi में तिरुपति बालाजी महाप्रसाद विवाद पर तीर्थ पुरोहितों की कड़ी निंदा

Uttarkashi: जनपद के गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के रावल तीर्थ पुरोहित और मंदिरों के पुजारियों ने तिरुपति बालाजी के महाप्रसाद में चर्बी मिलने के मामले की कड़ी निंदा की है। इस प्रकरण को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत अजय पुरी ने इसे धर्म पर कुठाराघात बताया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत की प्रतिक्रिया

महंत अजय पुरी ने कहा, “यह घटना हमारे धर्म पर गहरी चोट है। तिरुपति बालाजी में महाप्रसाद बनाने वाले लोग कब से ऐसा कर रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि देवभूमि के मंदिरों में प्रसाद स्थानीय उत्पादों से बनाया जाता है और यह कृत्य धर्म के खिलाफ षड्यंत्र हो सकता है।

देवभूमि के मंदिरों में शुद्धता का महत्व

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देवभूमि के मंदिरों में शुद्धता का महत्व

महंत पुरी ने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड की देवभूमि के मंदिरों में जो भी प्रसाद तैयार किया जाता है, वह पूरी तरह से शुद्ध और स्थानीय उत्पादों से ही बनाया जाता है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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