Uttarakhand में पौड़ी से दिल्ली जा रही कोटद्वार डिपो की रोडवेज बस सोमवार को एक बड़े हादसे का शिकार हो गई। बस जब आमसौड़ के नजदीक दो पुलिया क्षेत्र में पहुंची, तो सामने से आ रहे वाहन को बचाने के चक्कर में चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया और बस मलबे पर फिसलती चली गई। यह हादसा कोटद्वार से करीब 13 किलोमीटर पहले हुआ, जहां बस अनियंत्रित होकर पुलिया की रेलिंग से टकराकर खाई की तरफ चली गई।
हादसा उस समय हुआ जब बस चालक ने अचानक सामने से आ रहे एक वाहन को बचाने की कोशिश की। इस प्रयास में बस अनियंत्रित हो गई और मलबे पर फिसलते हुए पुलिया की रेलिंग से टकरा गई। दुर्घटना में बस खाई की तरफ जाने लगी, लेकिन सौभाग्य से बस खाई में गिरने से बच गई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
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Uttarakhand accident: बस में सवार यात्रियों ने बताया कि हादसा होते ही बस में अफरा-तफरी मच गई। बस के रुकते ही सभी यात्री घबराकर बस से बाहर निकलने लगे। स्थानीय लोगों और अन्य यात्रियों ने तत्काल मदद पहुंचाई और बस के अंदर फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और बस के यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। हादसे में कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया।
Uttarakhand accident: बस चालक ने बताया कि सामने से आ रहे वाहन को बचाने के प्रयास में बस अनियंत्रित हो गई थी। पुलिस ने चालक के बयान को दर्ज कर लिया है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि बस तेज रफ्तार में थी और सड़क पर मलबा होने के कारण यह फिसल गई।
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है और हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है। साथ ही, अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन से सड़क की स्थिति को सुधारने और मलबे को हटाने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
Uttarakhand accident: स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस सड़क पर यातायात सुरक्षा के उपायों को बढ़ाएं और नियमित रूप से सड़कों की जांच करें ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
यह हादसा एक बार फिर से यातायात सुरक्षा और सड़क नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर करता है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है ताकि सड़कों पर होने वाले हादसों को कम किया जा सके।
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