Uttarakhand: राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए एक्शन में नजर आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने कार्यों में पूरी पारदर्शिता अपनाएं और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर कहीं भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिलेगी, तो सरकार पूरी गंभीरता के साथ कार्रवाई करेगी। अधिकारी अपने कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखें और जनता के हित में काम करें।”
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यों में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त निगरानी रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के इस कदम की समाज और विभिन्न वर्गों में सराहना हो रही है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इससे प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।
उत्तराखंड सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रदान करने के लिए विभिन्न कदम उठाने की योजना बनाई है। सभी विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए विशेष मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे पूरी पारदर्शिता के साथ काम करें और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त न करें।”