Uttarakhand में पिछले 24 घंटों में लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रदेश के पहाड़ी और मैदान क्षेत्रों में व्यापक नुकसान पहुँचाया है। बारिश की तीव्रता और उसके प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है।
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उत्तरकाशी में नुकसान
राज्य के सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने बताया कि उत्तरकाशी के यमुनोत्री धाम के आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस आपदा में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। लेकिन, प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित हुए हैं, जिससे लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में भी नुकसान
बागेश्वर जिले के कपकोट शामा क्षेत्र में भी भारी बारिश से नुकसान हुआ है। यहाँ भी बारिश के कारण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचा है और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।
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रुद्रप्रयाग जिले के मध्य महेश्वर ट्रेक क्षेत्र में भी बारिश के कारण एक पुल बह गया, जिससे 30 लोग फंस गए थे। इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। राहत और बचाव कार्यों के दौरान सभी फंसे लोगों को सकुशल निकाल लिया गया है।
राहत और बचाव कार्य
राहत कार्यों के लिए राज्य सरकार ने आपदा राहत दल को तैनात किया है, जो प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुँचाने के प्रयास में जुटे हैं। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सरकार ने सुनिश्चित किया है कि राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता प्रभावित लोगों तक पहुँचाई जा सके।
आने वाले समय के लिए सुझाव
भारी बारिश और उसके परिणामस्वरूप होने वाली आपदाओं के मद्देनजर, स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बारिश के पूर्वानुमान के आधार पर राहत कार्यों की योजना बनाई जा रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थितियों से निपटने के लिए उचित तैयारी की जा सके।
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