Uttarakhand: राजधानी देहरादून और उसके आसपास के कई इलाकों में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ और देहरादून से लेकर चमोली तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस मौसम की भविष्यवाणी के चलते राज्य प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
देहरादून में मूसलाधार बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव हो गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात प्रभावित हो रहा है और कई स्थानों पर जाम की स्थिति बन गई है। स्कूल और कार्यालय जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Uttarakhand: राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और बिना आवश्यक काम के घर से बाहर न निकलें। विभाग ने स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए हैं कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
प्रदेश के कई हिस्सों में, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में, भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से मिट्टी की पकड़ कमजोर हो गई है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन ने इन इलाकों में निवासियों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
Uttarakhand: देहरादून के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नाव और अन्य साधनों का उपयोग किया जा रहा है। आपातकालीन सेवाएं, जैसे कि चिकित्सा सहायता और भोजन वितरण, भी सक्रिय कर दी गई हैं।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में और अधिक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इससे नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है। स्थानीय प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।
Uttarakhand सरकार ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रहने और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने भी स्थिति की निगरानी के लिए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
और पढ़ें