Uttarakhand में बीती रात हुई भारी से बहुत भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है, विशेषकर केदारनाथ पैदल मार्ग पर। इस आपदा के मद्देनजर एसडीआरएफ (सर्च एंड रेस्क्यू टीम) ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए 1000 से अधिक लोगों की जान बचाई है।
एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ज़ी मीडिया को बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए भारी से बहुत भारी बारिश के रेड अलर्ट को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ की टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था। मिश्रा ने बताया कि बारिश की वजह से केदारनाथ पैदल मार्ग में व्यापक नुकसान हुआ है, और एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता से काम करते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए हैं।
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Uttarakhand: एसडीआरएफ ने जंगलों और ऊबड़-खाबड़ इलाकों से रास्ता बनाकर लोगों को रेस्क्यू किया। इसके अलावा, हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया गया ताकि उन क्षेत्रों में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा सके जहां तक पहुंचना मुश्किल था। मिश्रा ने कहा कि एसडीआरएफ की टीम ने संकटग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया।

इस बीच, स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यों में जुटे अन्य संगठन भी इस प्रयास में सहयोग कर रहे हैं। बारिश के कारण सड़कें और अन्य मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे राहत और बचाव कार्यों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी, एसडीआरएफ की टीमों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की जा रही है, जिन्होंने इस मुश्किल घड़ी में बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई।
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Uttarakhand: कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि बारिश की वजह से कई स्थानों पर मलबा और मिट्टी का ढेर लग गया है, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में राहत कार्यों में देरी हो रही है। हालांकि, एसडीआरएफ की टीमें और अन्य बचाव कर्मी निरंतर प्रयास कर रहे हैं और सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने पर स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों की तैयारियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। आगामी दिनों में राहत और बचाव कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त संसाधन जुटाने का आश्वासन दिया है।
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