भारत के 10 सबसे प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर: धार्मिक आस्था और वास्तुकला की अद्वितीय धरोहर"

बृहदीश्वर मंदिर, तंजावुर, तमिलनाडु

इसे "राजराजेश्वरम" भी कहा जाता है और यह 11वीं सदी में चोल वंश द्वारा बनवाया गया था। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।

कोणार्क सूर्य मंदिर, ओडिशा

13वीं सदी में निर्मित यह मंदिर सूर्य देवता को समर्पित है और इसकी अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।

महाबलीपुरम के मंदिर, तमिलनाडु

पल्लव वंश के समय में बने ये मंदिर समुद्र तट के किनारे स्थित हैं और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं।

खजुराहो के मंदिर, मध्य प्रदेश

10वीं से 12वीं सदी के बीच बने ये मंदिर अपनी कामुक मूर्तियों और वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।

कैलाश मंदिर, एलोरा, महाराष्ट्र

8वीं सदी में रचित यह मंदिर पहाड़ को काटकर बनाया गया है और शिव को समर्पित है।

विरुपाक्ष मंदिर, हम्पी, कर्नाटक

यह मंदिर 7वीं सदी में बना था और विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी में स्थित है।

जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा

यह मंदिर 12वीं सदी में बना था और भगवान जगन्नाथ (कृष्ण) को समर्पित है।

मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै, तमिलनाडु

यह प्राचीन मंदिर पार्वती (मीनाक्षी) और शिव को समर्पित है और इसका निर्माण लगभग 6वीं सदी में हुआ था।

सोमनाथ मंदिर, गुजरात

यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे कई बार नष्ट और पुनर्निर्मित किया गया है।

लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर, ओडिशा

यह मंदिर 11वीं सदी में बना था और भगवान शिव को समर्पित है।