मकर संक्रांति 2025 की परंपराएं, स्वादिष्ट भोजन और खुशी को साथ में जानें!

यह त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है, जो लंबे दिनों और सर्दियों के अंत का संकेत देता है

लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, सूर्य देव की पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

मकर संक्रांति को भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है—तमिलनाडु में पोंगल, पंजाब में लोहड़ी और उत्तर प्रदेश में खिचड़ी के रूप में।

तिल के लड्डू, गुड़ की चिक्की और चावल के व्यंजन त्योहार के प्रमुख आकर्षण हैं। t

गुजरात का अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव देखने लायक है! यहां अनोखी और विशाल पतंगें आसमान को सजाती हैं।

मकर संक्रांति 2025 को उमंग, एकता और ढेर सारी मस्ती के साथ मनाने के लिए तैयार हो जाइए!

उत्तर भारत में खिचड़ी का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति पर इसे तिल, गुड़ और दही के साथ परोसा जाता है।

मकर संक्रांति के पारंपरिक त्योहार को आधुनिक पीढ़ी ने भी अपनाया है, जहां त्योहार में तकनीक और नए आइडियाज की झलक मिलती है

मकर संक्रांति की शुभकामनाएं! यह त्योहार आपके जीवन में गर्माहट, खुशी और समृद्धि लेकर आए।