Delhi Crime Branch: ने एक कुख्यात गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन आरोपी सनलाइट कॉलोनी थाना क्षेत्र में हुई सनसनीखेज फायरिंग के मामले में वांछित थे। वहीं, गिरोह का एक अन्य सदस्य मकोका मामले में वांछित था और उसे कोर्ट ने “घोषित अपराधी” घोषित किया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हारुन, आमिर सोहेल, सैफ और आकाश उर्फ आशु के रूप में हुई है।
30 और 31 जुलाई की मध्य रात्रि को सनलाइट कॉलोनी थाना क्षेत्र में पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें फायरिंग की सूचना दी गई थी। घटना के समय, शिकायतकर्ता, जो पेशे से टैक्सी चालक है, अपने दोस्त के साथ आईजी कैम्प, सनलाइट कॉलोनी के पास पार्क में खड़ा था।
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उसने देखा कि काले रंग के कपड़े पहने हुए 20-25 वर्ष के चार युवक पार्क में आए और थोड़ी देर बाद झुग्गियों की ओर चले गए। इसके कुछ ही समय बाद गोली चलने की आवाज सुनाई दी। युवक वापस पार्क में आए और धमकी दी कि मोहित उनके पैसे वापस कर दे, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इसके बाद वे मेन रोड की ओर भाग गए।
Thana Sunlight Colony में इस मामले को लेकर 27 आर्म्स एक्ट, दिल्ली के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए तकनीकी और मैनुअल स्रोतों का उपयोग किया। इसके बाद, आरोपियों की जानकारी जुटाई गई और लगातार पीछा करने के बाद हारुन, आमिर सोहेल, और सैफ को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और अपने एक अन्य साथी आकाश उर्फ आशु के ठिकाने का खुलासा किया।
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पुलिस ने अथक परिश्रम करते हुए तकनीकी और मैनुअल स्रोतों के माध्यम से आकाश उर्फ आशु को उत्तम नगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल दिल्ली में अपराध के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि इलाके में सुरक्षा का माहौल भी मजबूत हुआ है।
इन आरोपियों की गिरफ्तारी से सनलाइट कॉलोनी में हुई फायरिंग के मामले में महत्वपूर्ण सफलता मिली है, और अब पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है, ताकि और भी तथ्यों का पता चल सके और अपराधियों को सख्त सजा दी जा सके।
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