Delhi: तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वजन में गिरावट के आम आदमी पार्टी (AAP) के दावों को खारिज कर दिया है। जेल प्रशासन ने गृह विभाग को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि केजरीवाल का वजन धीरे-धीरे कम हुआ है, लेकिन उतना नहीं जितना पार्टी द्वारा दावा किया गया है।
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जेल सुपरिटेंडेंट का बयान
जेल सुपरिटेंडेंट ने अपने पत्र में बताया कि:
- 1 अप्रैल 2024 को जब अरविंद केजरीवाल पहली बार तिहाड़ आए तो उनका वजन 65 किलोग्राम था।
- 10 मई को जब वे तिहाड़ से निकले तो उनका वजन 64 किलोग्राम था।
- 2 जून को जब जेल में सरेंडर किया तो उनका वजन 63.5 किलोग्राम था।
- 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम था।
Delhi: वजन में गिरावट के कारण
जेल सुपरिटेंडेंट ने यह भी बताया कि जेल में अरविंद केजरीवाल के कम खाना खाने के चलते भी वजन में गिरावट हो सकती है। केजरीवाल के स्वास्थ्य की रोजाना सीनियर डॉक्टर्स और अधिकारियों की देखरेख में जांच होती है। कोर्ट के आदेशानुसार, मेडिकल बोर्ड से परामर्श के समय उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहती हैं।
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Delhi: AAP के दावे
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि आबकारी मामले में 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से अब तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वजन में 8.5 किलोग्राम की कमी आई है। पार्टी ने यह भी कहा कि केजरीवाल का शुगर लेवल 5 से ज्यादा बार 50 से नीचे चला गया था, जिससे उनकी जान को खतरा है और वे सोते समय कोमा में जा सकते हैं।
सोशल मीडिया पर आरोप
जेल प्रशासन ने पत्र में लिखा है कि दिल्ली सरकार के कुछ मंत्रियों, एक मौजूदा सांसद और आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा सोशल मीडिया पर निराधार आरोप लगाए गए हैं। यह जेल प्रशासन को डराने और जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।
Delhi: निष्कर्ष
तिहाड़ जेल प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल के वजन कम होने के दावे को खारिज कर दिया है और कहा है कि उनकी नियमित जांच होती है और वजन में मामूली गिरावट के कारणों पर नजर रखी जा रही है।
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