J&K Assembly Elections 2024: पहले चरण का मतदान आज हो रहा है, जिसमें राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 24 पर मतदान किया जाएगा। इस चरण में कश्मीर की 16 और जम्मू की 8 सीटें शामिल हैं। यह चुनाव तीन चरणों में हो रहा है, जबकि अन्य दो चरणों का मतदान 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा। परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
पहले चरण के अंतर्गत पुलवामा में चार सीटों, शोपियां में दो, कुलगाम में तीन, अनंतनाग में सात, किश्तवाड़ में तीन, डोडा में तीन और रामबन तथा बनिहाल में दो-दो सीटों पर मतदान होगा। जम्मू क्षेत्र की 8 और कश्मीर घाटी की 16 सीटें पहले चरण में शामिल हैं।
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यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद हो रहा है और अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। अनुच्छेद 370 के हटने के साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया था।
चुनाव में राज्य का दर्जा बहाल करने का मुद्दा प्रमुख है, जिसका वादा बीजेपी, कांग्रेस, और नेशनल कांफ्रेंस जैसी पार्टियां कर रही हैं। अन्य प्रमुख दलों में महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, अब्दुल गनी लोन की पीपुल्स कांफ्रेंस, गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी और अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी शामिल हैं।
पुलवामा सीट पर खास मुकाबला देखा जा रहा है, जहां पीडीपी के युवा नेता वहीद-उर-रहमान पारा पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व विधायक मोहम्मद खलील बंड से है। पारा 2008 और 2014 के चुनावों में बंड के लिए प्रचार कर चुके हैं और फिलहाल यूएपीए के तहत एक मामले में जमानत पर हैं। बंड तीन बार विधायक रह चुके हैं।
J&K Assembly Elections 2024: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी पहली बार श्रीगुफवाड़ा-बिजबेहारा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। उनके मुकाबले में नेशनल कांफ्रेंस के बशीर अहमद शाह और बीजेपी के सोफी यूसुफ हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिसके चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।